हेलो दोस्तों आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में ना जाने कितने लोग अपनी जान गवाँ देते है, और वो भी दूषित खाना खाना से, तो आज हम बात करने जा रहे है, 7 जून को मनाया जाने वाले फ़ूड सेफ्टी डे के बारे में, जो की यूनाइटेड नेशन ने विश्व खाद्य दिवस क़ो 7 जून क़ो निर्णय किया गया है, जिसका दूसरा संस्करण का आयोजन अब किया जा रहा है।
अतिरिक्त आर्टिकल पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें:
- भारत में कितने राज्य है?
- OK का फुल फॉर्म क्या होता है?
- फ्री ब्लॉग और वेबसाइट कैसे बनाये
- मित्रों ऍप क्या है?
- ब्लॉग क्या होता है?
आज 7 जून 2024 को दूसरा World Food Safety Day मनाया जा रहा है, और ये फेस्टिवल को हर साल 7 जून को ही वर्ल्ड फ़ूड सेफ्टी डे मनाया जायेगा, जिसकी थीम “Food Safety” “Everyone Business” रखी गयी है। सयुंक्त राष्ट्र संघ ने इस दिवस को मानाने की सुरुवात की है। WHO द्वारा इस दिवस को मनाने का मुख्य लक्ष्य ये रखा गया है की जिससे की लोगों मैं स्वास्थ्य के प्रति अपनी दिनचर्या के लक्ष्य को पौष्टिक और सुरक्षित आहार के सेवन में बढ़ावा देना है, जिससे की दूषित खाने की वजह से होने वाली बीमारी को वैश्विक तौर पर कम किया जा सके, जिससे की आज के इस दौर मैं लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है।
आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के खान-पान में बहुत सारे बदलाव कर लिए है, जिससे की लोग बहुत ही तेल युक्त भोजन का सेवन करने लगे हुए है जिससे की उनके स्वास्थ्य पर असर पढ़ रहा है, जिससे की हर 10 में से 1 व्यक्ति इस तरह के विषैले भोजन का सेवन करने से गंभीर बिमारियों की चपेट में आ रहे है।
विश्व खाद्य दिवस को 7 जून को ये फैसला यूनाइटेड नेशंस असेम्बली की तरफ से लिया गया है। जहाँ पर लोगों को स्वच्छ वह उचित समय पर लोगों के लिए भोजन की वयवस्था का कार्य सरकार का है साथ ही आज के दौर में मनुष्य द्वारा जिस भोजन का उपयोग किया जाता आ रहा है उसे सुरक्षित रखने की ज़िम्मेदारी सभी तरह के आयु वर्गों की होती है जैसे- किसान, सरकार, भोजन- करता आदि, जिससे की ये जिम्मेदारी हर एक व्यक्ति से और प्रत्येक व्यक्ति की इसमें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी हर एक व्यक्ति की ही होती है।
इस तरह के दूषित और जहरीला भोजन का सेवन करने से हर साल लगभघ 5000 लोग अपना जीवन खो देते है। दूषित भोजन का सेवन करने से रोजाना मरने वालों का ये आंकड़ा हर दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। दरसल दूषित खाना आज कल की जिंदगी में ये बहुत ही आम हो गया है। दुनिया भर के लोग आज के इस दौर में देश, विदेश, छोटे से लेकर बड़े दर्जे के लोग इस तरह की बीमारी से पीड़ित है।
आज कल के इस दौर में दूषित बीमारी से होने वाली काफी चीज़ो पर प्रवाह पढ़ रहा है जैसे की देश की अर्थव्यवस्था पर, पर्यटन पर, व्यापार पर, तथा सामाजिक और आर्थिक विकास पर इसपर बहुत ही ज्यादा प्रभाव पढ़ रहा है। इससे प्रत्येक वर्ष दूषित भोजन करने से होने विश्व में 500 मिलियन केसेस देखे जा रहे है। इस बीमारी का प्रभाव हर साल बच्चों की हेल्थ पर भी इसका प्रभाव पढ़ रहा है।
आजकल के इस दौर में कोरोना वायरस के केसेस डेली बढ़ते ही जा रहे है जिसकी वजह से इससे बचना बहुत ही ज्यादा जरुरी हो गया है, कभी कभी तो ये बीमारी गंभीर बीमारी का रूप धारण कर लेती है, जिससे की व्यक्ति की इससे मृत्यु भी सो सकती है।
इसका समाधान क्या है?
इसका सीधा सा ये समाधान है की आपको खाना बनाने की शुरूआत से लेकर उसको ठीक तरह से सुरक्षित रखने तक के लिए टीम वर्क होना बहुत ही ज्यादा जरुरी होना चाहिए, जिससे की लोग इससे बच सके और जो लोग सड़क के किनारे या होटल में खाना खाने के शौकीन होते है, उनको खासतौर पर इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि वो लोग होटल, ढाबा, सड़क किनारे खाना बेचने वालों को टीम वर्क के तहत ही इसकी सुरक्षा पर ध्यान देने की जरुरत हो गयी है, जिससे की लोग इस बीमारी से बच सके।
नुकसान पहुंचाने वाले खाद्य पदार्थ कौन से होते है?
आज कल के इस दौर में रेडी-टू-ईट, पैकेज्ड या डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ, जंक फूड और फास्ट फूड इस तरह के भोजन का सेवन करने से हमारे स्वास्थ्य पर इसका बहुत ही बुरा असर पड़ता है, जिससे की ये बीमारी का रूप ले लेती है, इससे ये कुछ फ़ूड का सेवन करने से इससे स्वास्थ्य पर इसका असर पड़ता है।
प्रतिरोधक क्षमता का कैसे रखें ध्यान
आज कल के दौर में आवश्यक पोषक तत्वों के अभाव के कारण मनुष्य के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती जा रही है, जिससे की इससे बढ़ने वाली बीमारी जिससे की नमक, तेल, चीनी जैसे की हानिकारक तत्वों की बढ़ती मात्रा के कारण लोगों में मोटापा, शुगर, ब्लडप्रेशर, कैंसर, किडनी, कब्ज, लिवर जैसी अनेक बीमारियां बड़े ही पैमाने पर बढ़ती जा रही है।
खाएं घर की बनी चीज़ों का सेवन करें
आज के भागदौड़ में जीवन दिन प्रतिदिन ये दौर इतना तेजी के साथ बढ़ता ही जा रहा है जिससे कि व्यक्ति घर कि बनी हुई चीज़ों का सेवन बहुत ही कम कर रहे है, जिससे कि लोगों का इससे उनके जीवन पर इसका असर पढ़ रहा है, हम लोग स्वाद के चक्कर में ये भूल जाते है कि इससे हमारे स्वास्थ्य पर इसका बहुत ही बुरा असर पढ़ रहा है।
सुरक्षित व सेहतमंद आहार का सेवन अपनी दिनचर्या में शामिल करें
- सुरक्षित व सेहतमंद आहार लें।
- रसायनयुक्त व तैलीय खाद्य पदार्थों के सेवन करने से बचें।
- फल और सब्जियों का सेवन करें।
- पौष्टिक भोजन पर ध्यान दें।
- डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों से बचें।
- ख़राब सब्जियों व फलों का सेवन करने से बचें।
आज आपने क्या सीखा?
मुझे उम्मीद है आपको यह लेख जरूर पसंद आया होगा, आज मैंने आपको यह बताने की कोशिश की है की वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे आखिर कब और क्यों मनाया जाता है। मेरी हमेशा से ये आशा करता हूँ आपसे की आपको जो भी जाकारी मिले वो एकदम सही और सटीक जानकारी मिले जिससे की आप लोगों को किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या का सामना न करना पड़े और आपको जो भी जानकारी चाहिए वो आपको यहाँ पर मिल जाए, जिससे की आपको किसी भी दूसरी साइट्स पर जाकर जानकारी न लेना पड़े।
अगर आपको इस आर्टिकल से रिलेटेड कोई भी आपके मन मैं कोई भी डाउट हो तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में संपर्क कर सकते हैं, और आप इसमें कोई सुधार चाहते है तो वो भी आप हमें बता सकते हैं।
अगर आपको ये पोस्ट पसंद आयी हो तो या आपको इस पोस्ट को पढ़कर कुछ सीखने को मिला हो तो आप हमारी इस पोस्ट को अपने दोस्तों को सोशल मीडिया साइट्स पर शेयर भी कर सकते हैं।